जनसागर टुडे संवाददाता : अर्जुन सिंह
बहसूमा । तीज पर्व नजदीक आते ही मिष्ठान भंडारो पर ग्राहकों की भीड़ बढने लगती है।तरह -तरह के घेवर से दुकानें भी सजी हुई देखने को मिल रही है।कस्बे के विभिन्न मिष्ठान भंडारो की बात की जाए तो कई का मलाई घेवर फेमस है।तो कहीं का पनीर घेवर इतना ही नही डाई फूट व घेवर मे लोगो की दिलचस्पी दिखाई दे रही है।बता दे कि सावन मे सिंदारे का काफी चलन रहता है।सिंदारे मे जहां अनेकों प्रकार की मिठाई जाती है।वही सबसे ज्यादा घेवर को प्राथमिकता दी जाती है।इसी वजह से सावन माह मे घेवर का महत्व सबसे ज्यादा होता है। घेवर की बात की जाए तो हम लोग सादा घेवर और मलाई के घेवर को ही जानते हैं मगर जब दुकान पर पहुंचते हैं तो आनंदित हो जाते हैं क्योंकि दुकान पर मलाई घेवर ,खुरचन घेवर, पनीर घेवर , सादा घेवर ,केसर घेवर के साथ-साथ अन्य प्रकार की वैरायटी उपलब्ध रहती है मिष्ठान भी मिष्ठान भंडार पहुंचकर सोच की स्थिति में पड़ जाते हैं कि आखिर कौन सा घेवर खरीदें।