बुलंदशहर गंभीर बिमारी से जूझ रहे लोगों के लिए यथार्थ हॉस्पिटल की बड़ी पहल
– विश्व स्तरीय इलाज अब बुलंदशहर में होगा उपलब्ध।

– यथार्थ हॉस्पिटल, नोएडा की नई ओपीडी सेवाओं की घोषणा
– न्यूरो, किडनी और पेट से जुड़ी बीमारियों के लिए शुरू होगी नियमित विशेषज्ञ ओपीडी।
डीके निगम ब्यूरो चीफ बुलंदशहर दैनिक जन सागर टुडे
बुलंदशहर।
बुलंदशहर और आसपास के जिलों में बढ़ती गंभीर बीमारियों को देखते हुए यथार्थ हॉस्पिटल, नोएडा (सेक्टर 110) ने बुलंदशहर में नियमित विशेषज्ञ ओपीडी सेवाएं शुरू करने जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को ओपीडी सेवाओं की औपचारिक घोषणा की गई। इस अवसर पर यथार्थ हॉस्पिटल नोएडा की सीईओ डॉ. गौतमी ए. वी. तथा न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट एवं विभागाध्यक्ष, डॉ. अरुण शर्मा, नेफ्रोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. रोहन, जीआई सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. आलोक दुबे और लक्ष्मी हॉस्पिटल बुलंदशहर के डायरेक्टर डॉ. यतेंद्र शर्मा शामिल रहे। यह ओपीडी शहर के प्रमुख और प्रसिद्ध लक्ष्मी हॉस्पिटल में शुरू की जा रही है।
डॉ. गौतमी ए. वी., सीईओ, यथार्थ हॉस्पिटल नोएडा सेक्टर 110, ने कहा, यथार्थ हॉस्पिटल का उद्देश्य केवल इलाज नहीं, बल्कि समय पर जांच, सही जानकारी और निरंतर देखभाल उपलब्ध कराना है, ताकि गंभीर बीमारियों को शुरुआती स्तर पर ही रोका जा सके और बुलंदशहर और आसपास के लोगों को इलाज के लिए बड़े शहरों की ओर न जाना पड़े।
यथार्थ हॉस्पिटल नोएडा के न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट एवं विभागाध्यक्ष, डॉ. अरुण शर्मा ने बताया “बुलंदशहर और आसपास के इलाकों से आने वाले मरीजों में ब्रेन और स्पाइन ट्यूमर, साथ ही फेफड़े, स्तन और पेट के कैंसर के दिमाग या रीढ़ तक फैलने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। तंबाकू सेवन, गलत खानपान और जागरूकता की कमी के कारण कई मरीज शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं और तब अस्पताल पहुंचते हैं जब बीमारी काफी बढ़ चुकी होती है। लगातार सिरदर्द, कमजोरी, दौरे, बोलने में दिक्कत या लकवे जैसे लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। समय पर जांच, सही इलाज और समन्वित देखभाल संभव होगी, जिससे मरीजों की स्थिति और जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।
डॉ. रोहन, सीनियर कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजिस्ट, यथार्थ हॉस्पिटल नोएडा ने बताया, “किडनी रोगों के प्रमुख कारण अनियंत्रित डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर हैं। मोटापा, कसरत की कमी, गलत खानपान, स्मोकिंग और बढ़ती डायबिटीज व हाइपरटेंशन किडनी की बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ा रहे हैं। जागरूकता और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण मरीज अक्सर देर से इलाज के लिए पहुंचते हैं। समय पर जांच, सही इलाज और किडनी रोगों को लेकर जागरूकता बढ़ेगी। बेहतर जीवनशैली अपनाना और शुरुआती लक्षण दिखते ही नेफ्रोलॉजिस्ट से परामर्श लेना बेहद जरूरी है।
डॉ. आलोक दुबे, कंसल्टेंट – रोबोटिक एवं लेप्रोस्कोपिक जीआई सर्जरी एवं लिवर ट्रांसप्लांट, यथार्थ हॉस्पिटल, नोएडा ने बताया, “इस क्षेत्र में गॉल ब्लैडर की पथरी और रेक्टम कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर जेवर जैसे इलाकों में यह समस्या बहुत है। अब आंत और लिवर से जुड़ी समस्याओं में जांच और इलाज के लिए बुलंदशहर के मरीजों को बड़े शहरों में भटकना नहीं पड़ेगा।”
इस ओपीडी के तहत डॉ. अरुण शर्मा प्रत्येक माह के पहले और तीसरे शुक्रवार को प्रातः 11:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक, डॉ. आलोक दुबे और डॉ. रोहन प्रत्येक माह के दूसरे और चौथे मंगलवार को इसी समय लक्ष्मी हॉस्पिटल, बुलंदशहर में ओपीडी सेवाएं देंगे।
लक्ष्मी हॉस्पिटल बुलंदशहर के डायरेक्टर डॉ. यतेंद्र शर्मा ने कहा कि इस तरह के प्रयासों से गंभीर रोग वाले मरीजों को शहर से दूर नहीं जाना पड़ेगा क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि असाध्य रोगों वाले मरीज जब भी दिल्ली या मुंबई जैसे शहरों में इलाज के लिए जाते हैं तो वहां रुकने और वहां तक जाने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।






