संजय हत्याकांड का खुलासा गले में वार से गले में टूटा चाकू, जब नहीं मरा तो डंडे से वार कर उतारा मौत के घाट
–शराब पार्टी में हुए झगडा बना मौत का कारण
-पुलिस ने किया एक सप्ताह से कम समय में हत्याकांड का खुलासा
जनसागर टुडे संवाददाता गगन बंसल
जहांगीराबाद। बीती 20 जुलाई को पिपैरा में हुए संजय उर्फ बिल्लू हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। एक सप्ताह से कम समय में किए खुलासे में एसएसपी दिनेश कुमार, एसपी देहात डॉ. तेजवीर सिंह व जहांगीराबाद कोतवाल रामफल सिंह ने मुख्य भूमिका निभाई। पुलिस अफसरों का कहना है कि शराब बाजी की पार्टी के बीच हुई बहस बाजी में आरोपियों ने संजय को मौत के घाट के उतार दिया गया। वार इतने खतरनाक थे कि चाकू भी गले में अटककर टूट गया था। जब इतने खतरनाक वार से भी संजय की मौत नहीं हुई तो आरोपियों ने उसके सिर पर वार कर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस की जांच से इस हत्याकांड में मुख्य दो आरोपी सामने आए हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि संजय के गले मे इतनी तेजी से वार किया गया कि चाकू गले के अंदर ही टूट गया। पोस्टमॉर्टम में टूटा हुए चाकू भी बरामद हो चुका है। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल अमित वाल्मीकि को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ में कई अहम सुराग खंगाले हैं। घटना के पीछे शराब पार्टी के दौरान हुआ झगड़ा ही वजह बना है, जिसकी वजह से संजय उर्फ बिल्लू की जान चली गई। बता दें कि शराब पार्टी के दौरान हुए झगड़े में संजय की गर्दन पर चाकू से खतरनाक वार किया, चाकू लगने पर संजय जब जमीन पर पड़ा तड़पने लगा तब अमित और उसके साथी भूरा ने उसके सिर पर डंडे से वार कर मौत की नींद सुला दिया। उसके बाद दोनों में मिलकर लाश को जमीन में दफनाकर ठिकाने लगा दिया। पुलिस पर लगातार इस हत्याकांड के खुलासे के दवाब बना हुआ था। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया तो उसने सारे राज उगल दिए। लेकिन मुख्य आरोपी अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। जिसकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। हालांकि कोतवाली प्रभारी रामफल सिंह का दावा है कि जल्द से जल्द मुख्य आरोपी भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जिले में कोई भी बड़ा जघन्य कांड हो तो उसमें एसएसपी-एसपी की बड़ी भूमिका होती है। घटनाक्रम को लेकर कार्यवाही किस तरह से की जानी है। अपराधी किस तरह से दबोचे जाने हैं। उसकी तमाम योजना सीनियर अफसर ही तय करते हैं। इस मामले में भी एसएसपी दिनेश कुमार सिंह और एसपी देहात डॉ. तेजवीर सिंह सक्रिय हुए। उन्होंने अधीनस्थ अफसरों के साथ मिलकर इस हत्याकांड का कैसे खुलासा किया जाए? उसका खाका खींचा। जहांगीराबाद कोतवाली प्रभारी रामफल सिंह ने वरिष्ठ अफ़सरों के आदेशों को ध्यान में रख एक सप्ताह से कम समय में ही पूरा खुलासा कर दिया।
वर्जन
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संजय की गले पर चाकुओं से वारकर हत्या की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले में चाकू अटकने की बात सामने आई है। मुख्य आरोपी भूरा भी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा।
रामफल सिंह, कोतवाली प्रभारी, जहांगीराबाद