Thursday, July 17, 2025
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कॉस्मेटिक गायनोकोलॉजी के साथ महिला स्वास्थ्य को मिल रही नई दिशा

कॉस्मेटिक गायनोकोलॉजी के साथ महिला स्वास्थ्य को मिल रही नई दिशा।

महिलाओं के लिए इंटिमेट स्वास्थ्य अब सिर्फ बीमारी या इलाज तक सीमित नहीं रहा। कॉस्मेटिक गायनोकोलॉजी एक ऐसा नया क्षेत्र बनकर उभरा है, जो महिलाओं को न सिर्फ उनकी शरीर को लेकर आत्मविश्वास देता है, बल्कि शारीरिक परेशानी से राहत भी दिलाता है। पहले जिस बारे में बात करने से भी झिझक होती थी, आज उस पर खुलकर चर्चा हो रही है और महिलाएं बेझिझक इलाज का विकल्प चुन रही हैं।

डॉ. सौरभ के. गुप्ता, डायरेक्टर एंड हेड, प्लास्टिक एंड रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी, यथार्थ हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा, बताते हैं, “हर महिला को अपने शरीर के बारे में खुलकर बात करने और सही जानकारी के आधार पर इलाज चुनने का अधिकार है। कॉस्मेटिक गायनोकोलॉजी महिलाओं को न सिर्फ राहत देती है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और क्वालिटी ऑफ लाइफ को भी बेहतर बनाती है।”

कॉस्मेटिक गायनोकोलॉजी में वे सर्जरी और ट्रीटमेंट शामिल हैं जो महिलाओं के प्राइवेट अंगों के लुक, आराम और फंक्शन को बेहतर बनाते हैं। इसमें वजायनोप्लास्टी (जो बच्चे के जन्म या उम्र बढ़ने के बाद योनि नलिका को कस देता है), लेबियाप्लास्टी (लैबिया के आकार को सही करना), और हायमेनोप्लास्टी (हायमेन को फिर से बनाना) जैसी सर्जरी शामिल हैं। भारत जैसे देश में जहां शादी से पहले कौमार्य को लेकर अब भी सामाजिक दबाव बना रहता है, वहां कुछ महिलाएं अपनी परिस्थितियों के अनुसार हायमेनोप्लास्टी को भी चुनती हैं।

सिर्फ सर्जरी ही नहीं, लेज़र वजाइनल रीजुवनेशन जैसी आधुनिक तकनीकें भी अब आसानी से उपलब्ध हैं, जो टिशू की मजबूती, नमी और इलास्टिसिटी को बढ़ाने में मदद करती हैं। खासकर मेनोपॉज़ के बाद जिन महिलाओं को सूखापन या हल्की यूरिन लीकेज जैसी समस्याएं होती हैं, उनके लिए यह काफी फायदेमंद साबित हो रहा है।

बच्चे के जन्म के बाद कुछ महिलाओं को योनि की ढीलापन या स्कारिंग जैसी समस्याएं होती हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास प्रभावित होता है। वहीं कुछ को बढ़े हुए लैबिया की वजह से चलने, साइक्लिंग करने या बैठने में भी परेशानी होती है। इन सब परेशानियों से राहत पाने के लिए महिलाएं अब कॉस्मेटिक गायनोकोलॉजी का सहारा ले रही हैं। यह सिर्फ सौंदर्य के लिए नहीं, बल्कि शारीरिक राहत और मन की संतुष्टि के लिए भी एक जरूरी कदम है।

शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक अब महिलाएं इन ट्रीटमेंट्स को लेकर जागरूक हो रही हैं। नवविवाहिताएं, माएं, कामकाजी महिलाएं और यहां तक कि बुज़ुर्ग महिलाएं भी इस विकल्प की ओर बढ़ रही हैं। हालांकि अब भी कई महिलाएं इस विषय पर बात करने में संकोच करती हैं। इसलिए जरूरी है कि डॉक्टर सही जानकारी दें, बिना किसी जजमेंट के, ताकि महिलाएं सहज होकर सही फैसला ले सकें।

कॉस्मेटिक गायनोकोलॉजी कोई फैशन या दिखावे की चीज़ नहीं है, यह एक निजी और महत्वपूर्ण मेडिकल ज़रूरत हो सकती है। किसी भी ट्रीटमेंट से पहले योग्य और अनुभवी सर्जन से सलाह लेना जरूरी है, ताकि सारी संभावनाओं और जोखिमों को समझकर सही निर्णय लिया जा सके।

जैसे-जैसे जागरूकता बढ़ रही है और समाज की सोच बदल रही है, वैसे-वैसे महिलाएं भी समझ रही हैं कि अपने इंटिमेट स्वास्थ्य को लेकर मदद लेना एक सामान्य और जरूरी कदम है। आत्म-सम्मान, शारीरिक राहत और बेहतर जीवन के लिए यह एक सकारात्मक पहल है, जिसे अपनाने में अब कोई हिचक नहीं होनी चाहिए।

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