*एनएच पर दौड़ते मिट्टी से भरे ट्रैक्टरों को रोकने में कोहरा भी नाकाम*
एसएसपी सहित आला अधिकारियों ने की थी अत्यधिक कोहरे में कम से कम घर से निकलने की अपील
अवैध खनन माफियाओं की प्रशासन को खुली चुनौती *दम है तो रोक के दिखाओ*
डिबाई से धर्मेंद्र लोधी की रिपोर्ट 
डिबाई। विगत समय में तहसील सहित तमाम जिम्मेदार अधिकारियों के तबादले के बाद वर्तमान समय में कोतवाली क्षेत्र डिबाई अंतर्गत आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर अवैध मिट्टी खनन निर्बाध रूप से जारी है। खबरें प्रकाशित हो रही हैं परन्तु मानो खनन माफियाओं के पास कोई दिव्य शक्ति है कि जितना समाचार प्रकाशित होता है उनके हौसले उतने ही बुलंद होते दिख जाते हैं। इन अवैध खनन कर्ताओं के हौसलों और कॉन्टैक्ट की पराकाष्ठा तो तब हो जाती है कि मथुरा हाइवे पर हुए भीषण सड़क हादसे के बाद जनपद बुलंदशहर के आला अधिकारियों द्वारा भी न सिर्फ मार्मिक बल्कि निर्देशात्मक अपील की गई थी कि बढ़ते हुए कोहरे में विजिबिलिटी लगभग शून्य हो जाने की स्थिति में सड़कों पर ऐसे वाहन न चलाए जाएं जिन्हें कोहरे में उचित दूरी पर देखा न जा सके। साथ ही ये भी कहा गया कि यदि बहुत अधिक आवश्यक हो तभी आम व्यक्ति घर से बाहर निकलें। परन्तु इस सबसे इतर जैसे ही जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा ये अपील की गई तभी सूत्रों की माने तो डिबाई के एनएच 509 पर निबंध रूप से मिट्टी से भरे डंफर बेखौफ दौड़ाए गए। इतना ही नहीं विगत एक सप्ताह में लगातार कोहरा पड़ने के बावजूद धर्मपुर रोड पर शकूरगंज कोठी पर कुंज रही प्लॉटिंग पर, रोडवेज के पीछे एकता कालौनी में और तो और कोतवाली डिबाई के सामने सबलपुर पर खुले आम रात भर डेढ़ दर्जन से अधिक ट्रैक्टर दौड़ाए गए। न कोई रोक न कोई टोक… मानो इन खनन माफियाओं को पूरी छूट दे दी गई हो की कर लो जो कर सकते हो…तुम्हारा कोई कुछ नहीं बिगड़ सकता। उसके फलस्वरूप इन खनन माफियाओं ने भी पूरा दम खम दिखाते हुए मानो प्रशासन से कह दिया हो कि रोक सको तो रोक कर दिखाओ… हम तो ऐसे ही करेंगे। अब बस प्रश्न सिर्फ एक कि ईश्वर न करे कि यदि इन बिना लाइट और डिम रोशनी के वाहनों के फर्राटा भरने के दौरान एनएच या संबंधित रोड पर कोई हादसा घटित हो जाता है तो उस स्थिति में प्रशासन इसकी जिम्मेदारी ऐसे ही लेगा जैसे वर्तमान में किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में है।






