डीके निगम/फरीद अंसारी
बुलंदशहर। शिक्षक दिवस एक ऐसा दिन है जो व्यक्तियों और समाजों को आकार देने में शिक्षकों की भूमिका को याद करता है। यह उत्सव शिक्षकों और विद्यार्थियों के बीच मजबूत बंधन को बढ़ावा देता है। यह दिन छात्रों को शैक्षणिक रूप से निरंतर मार्गदर्शन देने में शिक्षकों के अथक प्रयासों की सराहना करता है। डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सम्मान में 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। वह एक प्रसिद्ध विद्वान और दार्शनिक थे। जिन्होंने भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला। वह इस बात के प्रबल समर्थक थे कि शिक्षा में राष्ट्रनिर्माण की शक्ति है। और यह क्षमता सिर्फ शिक्षकों में है। तब से 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है। उसी के सापेक्ष अल फलाह नेशनल पब्लिक स्कूल ग्रीन पार्क अकबरपुर बुलंदशहर में दोपहर तीन बजे से शिक्षक दिवस पर नगर के नामचीन मुस्लिम इंटर कालेज ओल्ड बॉयस एसोसियेशन बुलंदशहर द्वारा क्षेत्र के शिक्षकों को जावेद हबीब अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। जिसकी अध्यक्षता नूर मौहम्मद कुरैशी व संचालन डॉ०जहीर ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंजीनियर हाजी लियाकत अली,अली अब्बास नौगावी,आरिफ सैफी, मौलाना अब्दुल रहमान काशफी, कारी मौहम्मद तलहा,मेजर डॉ०,मौहम्मद फाजिल,मास्टर खुर्शीद राही, जानशीन अल्ताफ,मुनीर अकबर, अब्दुल खालिक अंसारी,सरदार अंसारी, कु०असमा,सिराज खान,शान हैदर, तारिक अजमत, सुजातउल्लाह, एसएम०नवाज मूसा,सिराज खान, साबिर खान आदि शिक्षाविद व गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।