*सुदृढ़ भवन निर्माण हेतु चौथा स्तम्भ आवश्यक*
डॉ शांतनु
*मीडिया प्रभाग ब्रह्माकुमारीज द्वारा मीडिया सेमिनार आयोजित*
डीके निगम/धर्मेंद्र लोधी
डिबाई/बुलंदशहर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय डिबाई के सद्भावना सभागार में मीडिया प्रभाग ब्रह्माकुमारीज के सौजन्य से ‘साइबर युग में मूल्य आधारित पत्रकारिता’ विषयक मीडिया सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में मुख्यवक्ता के रूप में डॉ शांतनु राष्ट्रीय संयोजक मीडिया, अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक मुख्यालय माउंटआबू और विशिष्ट अतिथि के रूप में पी. पी. सिंह भारत विकास परिषद प्रांतीय प्रमुख उपस्थित हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता ब्र. कु. कुसुम दीदी और संचालन ब्र.कु. रचना दीदी ने किया। मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि और सभी पत्रकारों द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलन के उपरांत मीडिया सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए डॉक्टर शांतनु ने कहा की न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका की उपरांत लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पत्रकारिता या मीडिया को जाना जाता है। किसी भी किसी भी भवन को सुदृढ़ता प्रदान करने के लिए तीन स्तंभों की अतिरिक्त चौथे स्तंभ की नितांत आवश्यकता होती है। पत्रकार बंधु राष्ट्रहित और लोकहित में न्यायोचित निष्पक्ष पत्रकारिता का काम करें। उन्होंने कहा कि नारद को सृष्टि के पहले पत्रकार के रूप में जाना जाता है तो महाभारत के पात्र संजय को सदृश्य चित्रण का संवाददाता माना जाता है। विशिष्ट अतिथि पी.पी. सिंह ने ध्यान, साधना, शांति और आध्यात्म के लिए ब्रह्माकुमारी संस्थान को अद्वितीय बताते हुए उपस्थित पत्रकार बंधुओं से समय-समय पर माउंट आबू मुख्यालय द्वारा आयोजित पत्रकारिता कार्यक्रमों में सहभागिता के लिए प्रेरित किया। सेमिनार की अध्यक्षता कर रही कुसुम दीदी ने कहा कि अगले माह माउंट आबू का मधुबन मुख्यालय देश भर के पत्रकारों के लिए कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है। उक्त कार्यक्रम में सहभागिता हेतु इक्षुक पत्रकार डिबाई कार्यालय पर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। इस सेमिनार में डिबाई और आसपास के क्षेत्र से अनेक पत्रकार बंधु उपस्थित हुए जिनमें आशीष वार्ष्णेय, बॉबी लाल गर्ग, धर्मेंद्र लोधी, हरिओम अग्रवाल, शफीकुर रहमान, शिव कुमार, अनिल कुमार, वजीर अली रहमानी, कुमुद किशोर भारतीय, धर्मेंद्र कुमार निगम, केपी सिंह चौहान, सहित बहजोई, बुलंदशहर, अनूपशहर आदि स्थानों से पधारे पत्रकारों की उपस्थिति के अतिरिक्त संजीव कुमार राठी, नौरंगी लाल, मंजू वार्ष्णेय और अन्य गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही जिन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।