जनसागर टुडे
आजमगढ़ मेहनाजपुर / सूरज सिंह – बिजली कटौती के हालात फिर बेकाबू हो गए हैं। फिर से बेतहाशा कटौती ने लोगों का सुख चैन छीन लिया है। दिन में अंधाधुंध कटौती से जरूरी काम प्रभावित हो रहे हैं तो रात में बिजली न मिलने से नींद पूरी नहीं हो रही। मनमानी कटौती से शेड्यूल का कोई मतलब नहीं रह गया है। एक बार बिजली चली गई तो कब आएगी कोई भरोसा नहीं। बाजार से हटकर ग्रामीण इलाके में मुश्किल से 8 घंटे बिजली मिलने से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। नया शेड्यूल के हिसाब से रात में भी कटौती शुरू कर दी गई है। बिजली का निर्धारित समय का कोई अनुमान नहीं लग पा रहा है |आपूर्ति के समय लोकल फाल्ट हो गया तो दिन भर बिजली के दर्शन नहीं होते। लो वोल्टेज के चलते बिजली रहने ना रहने का कोई मतलब नहीं। लगातार बदतर हो रही स्थिति से लोग काफी परेशान है | किसान की बात करें तों बरसात का कुछ पता नहीं नदी नहरो मे पानी की कमी है ऐसे मे किसान जाये तों जाये कहा |हालत यह है कि आधी रात को भी बिजली आई तो किसान खेत मे पानी भरने के लिए उठना मजबूरी हो जा रहा है। नहीं उठ पाए तो पानी के वजह से धान के उपज पर प्रभाव पड़ेगा |