गाजियाबाद- विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान दिनेश कुमार गोयल व विजय बहादुर पाठक सदस्य विधान परिषद उ0प्र0 द्वारा उनके द्वारा मांग की गई कि विद्यालय छात्रों के उज्जव भविष्य की आधार शिला बनते है। यदि यह आधार शिला जर्जर और असुरक्षित हो तो उस पर एक मजबूत भविष्य की इमारत कैसे खडी हो सकती है। छात्रो का भविष्य जर्जर भवनों के खतरों के बीच तराशा जाना उनके और राष्ट्र के भविष्य के साथ मजाक कारण बनता है। वर्तमान उ०प्र० की भाजपा की सरकार शिक्षा के उत्तरोत्तर विकास पर पानी की तरह धन व्यय कर रही है। परिषदीय
विद्यालयों में आपरेशन कायाकल्प के तर्ज पर माध्यमिक विद्यालयों का भी स्वरूप बदलना न्यायोचित होगा। इसलिए लोकमहत्व के इस तात्कालिक और अविलम्बनीय विषय पर प्रदेश में ऐसे जर्जर माध्यमिक विद्यालयों के भवनों के ध्वस्तीकरण और नया रूप देने पर हेतु मांग की गयी।
साथ ही मांग की गयी कि उत्तर प्रदेश में आवारा कुत्तों का आतंक निरंतर बढ़ता जा रहा है आवारा कुत्तों के हमले से लोंग दहशत के साये में लोग जीने को मजबूर हो गये है। बच्चें और बुजुर्ग घर से निकलने में डर रहे है। नगर निगम, नगर पालिका और स्वास्थ्य विभाग इस जटिल समस्या से निपटने में नकाम हो रहे है। आवारा कुत्तों के लगातार बढ़ते आतंक से निपटने के लिए अधिकारियों के प्रयास प्रभावी नहीं हो पा रहे है। महानगरों में रिहायशी सोसाइटीज में लोगो के रहने के दृष्टिकोण से सुरक्षित मानी जाती है। अब वही रिहायशी सोसाइटीज आवारा कुत्तों के रहने का ठिकाना बन गई है। आवारा कुत्तों के निरंतर बढती संख्या से लोग खौफ खाने लगे है। इसलिए लोकमहत्व के इस तात्कालिक और अविलम्बनीय विषय पर आवारा कुत्तों के हमलों से लोगो के जीवन और सुरक्षा पर तत्काल प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता पर बल देने हेतु मांग की गयी।