जनसागर टुडे
आज़मगढ़ / सूरज सिंह- कोई बहन भाई का चेहरा देखकर आंसू नहीं रोक पा रही थी, तो कोई भाई अपनी बहन को गले लगाकर फूटकर रोया। लेकिन, जब राखी बांधने की बारी आई तो दोनों के चेहरे की खुशी देखते ही बन रही थी। यह नजारा शनिवार को जिला कारागार में दिखा, जहां बहनें अपने भाइयों से मिलीं तो उनकी भावनाएं आंसुओं के रूप में छलक उठीं।
रक्षाबंधन पर आज़मगढ़ के इटौरा स्थित जिला कारागार में सुबह से ही बहनों का पहुंचना शुरू हो गया था। जेल प्रशासन ने पहले से पूरी तैयारी कर रखी थी। बाहर की मिठाई व अन्य खाद्य सामग्री ले जाने पर प्रतिबंध था। जेल प्रशासन ने राखी व मिष्ठान की व्यवस्था निःशुल्क की थी। इसके लिए अतिरिक्त कर्मियो के साथ ही अपराध नियंत्रक समिति के लोगों की मदद से गेट पर टेंट लगाया गया था। बहनों को बैठने के लिए मैट व पानी पीने की भी व्यवस्था की गई थी। शनिवार को 510 बहनों ने जेल में बंद अपने भाइयों को राखी के रूप में प्यार बांधा। कतार में खड़े होने के दौरान कुछ महिलाओं के आंसू छलक उठे। जैसे ही भाई को अंदर जाकर निहारा तो खुद को संभाल न सकीं। भाई-बहन का प्यार देखकर जेल के अधिकारी व कर्मचारी भी भावुक हो गए।