श्री श्याम सुंदर शिवराम जी महाराज के श्रीमुख से भागवत कथा में गूंजा गंगा अवतरण, श्रीराम और श्रीकृष्ण जन्म का दिव्य संदेश
बुलंदशहर। शिवा कॉलोनी में
आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन श्रद्धा और आस्था का सागर उमड़ पड़ा। व्यासपीठ से पूज्य श्री श्याम सुंदर शिवराम जी महाराज ने गंगा अवतरण, श्रीराम कथा और श्रीकृष्ण जन्म की दिव्य लीलाओं का रसपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार राजा भगीरथ की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने गंगा को अपनी जटाओं में धारण किया और फिर धरती पर अवतरण कराया। इस प्रसंग को सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे और ‘गंगा मैया की जय’ के उद्गारों से वातावरण गूंज उठा।
इसके पश्चात श्रीराम के जीवन की घटनाओं जैसे दशरथ वियोग, वनवास, सीता हरण और रावण वध का चित्रण करते हुए श्रीराम के मर्यादा स्वरूप को प्रस्तुत किया गया। कथा सुनते हुए अनेक श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गईं।
कथा के अंतिम चरण में जैसे ही श्रीकृष्ण जन्म की लीला का वर्णन हुआ, पूरा पंडाल उल्लास से झूम उठा। ‘नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की’ के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया। श्रद्धालुओं ने नंदोत्सव मनाया और भजन-कीर्तन कर श्रीकृष्ण जन्म का उल्लास प्रकट किया।
श्री श्याम सुंदर शिवराम जी महाराज ने प्रवचन में कहा कि श्रीमद्भागवत कथा आत्मा की शुद्धि का मार्ग है, जो जीवन को धर्म और सत्य की दिशा में प्रेरित करती है। आयोजन समिति की ओर से व्यवस्थाओं का विशेष ध्यान रखा गया। समिति में श्री छत्तर पाल शर्मा, राम कुमार यादव, अरविंद शर्मा, रामबीर यादव, जगमोहन उर्फ रिंकू यादव, मास्टर मुकेश यादव, चौधरी सुरम्बीर सिंह, गिरधर सिंह यादव, जय सिंह, निक्कू शर्मा और पत्रकार हितेश शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस भव्य आयोजन के मुख्य यजमान श्री गिरिराज किशोर गुप्ता एवं धर्मपत्नी श्रीमती छाया गुप्ता रहे, जिनकी ओर से श्रद्धालुओं के लिए व्यापक प्रबंध किए गए। कथा श्रवण हेतु प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है और वातावरण में दिव्यता का अनुभव किया जा रहा है।
यह कथा श्रंखला 29 मई तक प्रतिदिन सायं 5 से 9 बजे तक आयोजित की जा रही है, जिसमें नगरवासियों की आस्था और सहभागिता सराहनीय है।