खेकड़ा-
जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने आज अस्थाई गौशाला रटौल का निरीक्षण किया। जिसमे 101 गौवंश संरक्षित मिले जिसमे नर 42 मादा 59 थे कुल उपलब्ध भूसा 600 कुंतल व चोकर 500 किलो व हरा चारा भी उपलब्ध मिला। जिलाधिकारी ने गोवंश को गुड़ खिलाया और फूलो की माला पहनाई। उन्होने कहा कि गौ माता की सेवा करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। उन्हे गौशाला मे व्यवस्थाएं सभी अच्छी मिली। गोवंश के ऊपर गर्मी के दृष्टिगत कुलर और पंखे संचालित अवस्था मे मिले। गौशाला वातानुकूलित थी उसमे साफ सफाई की अच्छी व्यवस्था मिली साफ सफाई के लिए 6 संरक्षक मौजूद है। गौशाला मे जगह-जगह 6 पानी की नाद भी राखी मिली। 6 सीसीटीवी कैमरे सक्रिय व्यवस्था मे पाए गए। गौशाला मे सीसीटीवी का एक्सेस के लिए डिस्प्ले भी लगा हुआ था। और मोबाइल नंबर भी अधिशासी अधिकारी के संचालित थे। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया की गौशालाओ मे किसी भी तरह की कोई लापरवाही नही होनी चाहिए। अगर लापरवाही होती है तो संबंधित अधिकारी की जवाब देही तय की जाएगी। उन्होने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि प्रतिदिन पशु धन प्रसार अधिकारी अपने क्षेत्र की गौशालाओ के भ्रमण अवश्य करे। जिससे कि गर्मी को देखते हुए गौशालाओ बीमार हो रहे गोवंश को स्वस्थ रखा जा सके। और उनकी देखरेख करना ही हम सब की प्राथमिकता है।
जिलाधिकारी पशुओ और जीव जंतुओ के प्रति अत्यधिक गंभीर है। उन्होने जनपद के प्रमुख स्थलो पर गर्मी के दृष्टिगत पानी के सकोर व नाद रखवाए है। जगह-जगह पर बड़ी-बड़ी नाद भी रखवाई गई है जिससे कि इधर-उधर घूमने वाले पशु पक्षी-जीव जंतु पानी पीकर अपनी प्यास बुझा सके। और जीव जंतुओ के प्रति जिलाधिकारी की ममता अलग है।उनके इस कार्य की जनपद मे सराहना हो रही है। इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अरविंद कुमार त्रिपाठी, जिला विकास अधिकारी अखिलेश कुमार चौबे, अधिशासी अधिकारी वीरज कुमार त्रिपाठी सहित चेयरमैन जुनैद फरीद आदि उपस्थित रहे।